झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी लिरिक्स Jhalak Pahale Jaisi Lyrics

झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी लिरिक्स Jhalak Pahale Jaisi Lyrics, Jhalak Pahale Jaisi Dikhani Padegi

झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी,
झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी।

सलोनी अदा पे ये दिल हार बैठे,
तुम्हारे भरोसे पे सरकार बैठे,
अधिक देर करना गवारा ना होगा,
नजर से नजर फिर मिलानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी,
झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी।

बिना ही वजह क्युं सजा दे रहे हो,
मोहब्बत का कैसा मज़ा दे रहे हो,
गुनहगार हूं तेरा फिर भी मुरारी,
पुरानी लगन है निभानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी,
झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी।

झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी,
झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी।
झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी,
झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी,
लगी आग दिल की बुझानी पड़ेगी।



झलक पहले जैसी दिखानी पड़ेगी || Jhalak Pehle Jesi Dhikani Padegi ~ Shubham Rupam

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