कालों के काल शिव महाकाल, उसे कौन छुये, शिव जिसकी ढाल, गंगा है जटा में सर्प भाल, तन पे भभूत गल सर्प माल, शिव में समायी सारी सृष्टि, सृष्टि में शिव है समाया, ॐ नमः शिवाया,
ॐ नमः शिवाया।
पी के भंग भोले मलंग, जब जोगनियो के संग डोले, भूत प्रेत औघड़ झूमे, महाकाल जटाये जब खोले, नरम तराज़ू शिव का डमरू, पाप पुण्य सबके तोले, अगड़ बम ब बम, बगड़ बम ब बम, शिव में रविश धड़कन बोले,
Shiv Bhajan Lyrics in Hindi
ॐ नमः शिवाया, शिवाया नमः शिवाया।
कालों के काल शिव महाकाल, उसे कौन छुये, शिव जिसकी ढाल, गंगा है जटा में सर्प भाल, तन पे भभूत गल सर्प माल, शिव में समायी सारी सृष्टि, सृष्टि में शिव है समाया, ॐ नमः शिवाया,
ॐ नमः शिवाया।
कालों के काल शिव महाकाल, उसे कौन छुये, शिव जिसकी ढाल, गंगा है जटा में सर्प भाल, तन पे भभूत गल सर्प माल, शिव में समायी सारी सृष्टि, सृष्टि में शिव है समाया, ॐ नमः शिवाया, ॐ नमः शिवाया।
Mahashivratri 2023 | कालो के काल शिव महाकाल | Kaalon Ke Kaal Shiv Mahakal Ravish Pandit | Full HD
Song: Kaalon Ke Kaal Singer-Music- Composition: Ravish Pandit Mix & Master: Bhaskar Sharma Lyricist: Ravi Chopra Video: A.P. Films Choreographer: Sachin Agarwal Category: Hindi Devotional (Shiv Bhajan)