हमने जो भी ख्वाब सजाये माँ ने

हमने जो भी ख्वाब सजाये माँ ने पुरे कर दिखलाये

(मुखड़ा)
हमने जो भी ख्वाब सजाए,
माँ ने पूरे कर दिखलाए,
उसके लिए श्रद्धा-पुष्प चढ़ाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है,
सच्चे मन से माँ का,
शुकर मनाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है।।

(अंतरा)
सबसे पहले एक सजाएँ,
माँ का भवन प्यारा,
माँ का भवन प्यारा,
उसमें माँ की ज्योत जलाएँ,
और करें भंडारा,
और करें भंडारा,
शुद्ध भाव से माँ की,
भेंटें गाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है।।

माँ ने उससे बढ़कर दिया है,
जितना माँगा हमने,
जितना माँगा हमने,
मेहरों वाली वर्षा उसने,
कभी ना दी है थमने,
कभी ना दी है थमने,
माँ की कृपा निरंतर,
पाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है।।

माँ के आगे शीश झुकाकर,
नमन करेंगे मन से,
नमन करेंगे मन से,
उसका पूजन क्या करें हम,
उसके दिए ही धन से,
उसके दिए ही धन से,
माँ के दिल में थोड़ी,
जगह बनाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है।।

सच कहूँ मैं, हाजिरी सागर,
तो है एक बहाना,
तो है एक बहाना,
असल में हमको मैया जी,
का करना है शुकराना,
करना है शुकराना,
थोड़ा सा तो अपना फर्ज,
निभाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
हमने जो भी ख्वाब सजाए,
माँ ने पूरे कर दिखलाए,
उसके लिए श्रद्धा-पुष्प चढ़ाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है,
सच्चे मन से माँ का,
शुकर मनाने को,
हाजिरी तो बनती है,
हाजिरी तो बनती है।।
 


नरेंद्र चंचल माता भजन 2024 | हमने जो भी ख्वाब सजाये | Shemaroo Bhakti

Song: Hamne Jo Bhi Khwab Sajaye
Singer: Narendra Chanchal
Music Director: Dinesh Kumar
Lyricist: Sonu Sagar

Next Post Previous Post