तुझे जबसे देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे, तुझे हाथों से सजाऊँ बड़े चाव से, मेरी विनती तू कर स्वीकार रे, तुझे जबसे देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे।
कौन से रंग का आज बता दे, बाघा तू पहनेगा सांवरिया, फूल भी अपनी आज पसंद का, कान में बतला सांवरिया, बाघा घेरो वाला तुझे पहनाऊं रे, चाँद तारों से तुझे मैं सजाऊं रे, तुझे जबसे देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे।
घूम घूम के बाग बगीची, चुन चुन फूलों को पिरवा दू, बागा मैं हीरो से जड़वाऊं तेरा, इत्र से दर को मैं महका दूँ, तुझे आँखों में बसा लूँ मैं सांवरे, लहरा मोरछड़ी तू घनश्याम रे, तुझे जबसे देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे, तुझे हाथों से सजाऊँ बड़े चाव से, मेरी विनती तू कर स्वीकार रे।
पलकों की चादर आज बिछा के, तुझको सजाऊँ मन भावों से, फूल कमल का फूल अशर्फी, चंपा चमेली हो रजनी रे, तुझे दूलो से सजा दू मैं सांवरे, पंकज नजर उतारूं घनश्याम रे, तुझे जबसे देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे, तुझे हाथों से सजाऊँ बड़े चाव से, मेरी विनती तू कर स्वीकार रे।
तुझे जबसे देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे, तुझे हाथों से सजाऊँ बड़े चाव से, मेरी विनती तू कर स्वीकार रे, तुझे जबसे देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे।
Hathon Se Sajaun | तुझे हाथों से सजाऊँ मेरे सांवरे | Shyam Bhajan 2023 | Pankaj Aggarwal