गाय गाय हरि गुण होइ रे मगन मैं, सोच रही मन में समझ रही मन में, थारो म्हारो न्याय होवे लो सत्संग में।
साधारी संगत सहेलिया बिराजे, साधारी संगत सहेलिया बिराजे, गाय गाय हरी गुण होइ रे मगन मैं, सोच रही मन में समझ रही मन में, थारो म्हारो न्याय होवे लो सत्संग में।
बाई तो मीरा के गिरधर नागर,
बाई तो मीरा के गिरधर नागर, भवजल पार करे पल छीन में, सोच रही मन में समझ रही मन में, थारो म्हारो न्याय होवे लो सत्संग में।
सोच रही मन में समझ रही मन में, थारो म्हारो न्याय होवे लो सत्संग में, सोच रही मन में समझ रही मन में, थारो म्हारो न्याय होवे लो सत्संग में।
Soch rahi man main samaj rahi man main
Provided to YouTube by Amuseio AB Soch rahi man main samaj rahi man main · Shree Khasoli Dham Sant Navratan giri ji Maharaj bhajan, Vol. 3 ℗ Shree Khasoli Dham Released on: 2022-05-05 Composer: Sant Navratan giri ji Maharaj