ऐ हे बाबा आयो रे,
भादरवो मास,
रुनिचे मारो मन लागो,
म्हारे उठी रे हिवड़े रे हिलोर,
रुनिचे मारो मन लागो,
अजमल जी रा कवर कहावो,
बाई सुगना रा बीर,
ऐ हे माता मेना दे रा,
लाल पूजावो
रानी नेतल रा जीव,
रुनिचे मारो मन लागो।
बीज भादवा बाबा मेलो भरसी,
दुनिया थारो जय कारो करसी,
ऐ हे दुखिया रा दुखड़ा बाबो हरसी,
धाम जागे रे हमेश,
रुनिचे मारो मन लागो।
लाखो बणजारो बालद लायो,
जुट बोल्यो बाबा लूण बणायो,
ऐ हे हाथ जोड़े शरणा में पड़ियो,
लूण री मिसरी बने,
रुनिचे मारो मन लागो।
हरजी भाटी बाबा चवर ढुलायो,
धरम तंवर थारो भजन सुनायो,
ऐ हे हेलो मारो सुनो धनी राम देव,
गांव रुनिचे बुलाय,
रुनिचे मारो मन लागो।
ऐ हे बाबा आयो रे,
भादरवो मास,
रुनिचे मारो मन लागो,
म्हारे उठी रे हिवड़े रे हिलोर,
रुनिचे मारो मन लागो,
अजमल जी रा कवर कहावो,
बाई सुगना रा बीर,
ऐ हे माता मेना दे रा,
लाल पूजावो
रानी नेतल रा जीव,
रुनिचे मारो मन लागो।
भादरवो मास,
रुनिचे मारो मन लागो,
म्हारे उठी रे हिवड़े रे हिलोर,
रुनिचे मारो मन लागो,
अजमल जी रा कवर कहावो,
बाई सुगना रा बीर,
ऐ हे माता मेना दे रा,
लाल पूजावो
रानी नेतल रा जीव,
रुनिचे मारो मन लागो।
बीज भादवा बाबा मेलो भरसी,
दुनिया थारो जय कारो करसी,
ऐ हे दुखिया रा दुखड़ा बाबो हरसी,
धाम जागे रे हमेश,
रुनिचे मारो मन लागो।
लाखो बणजारो बालद लायो,
जुट बोल्यो बाबा लूण बणायो,
ऐ हे हाथ जोड़े शरणा में पड़ियो,
लूण री मिसरी बने,
रुनिचे मारो मन लागो।
हरजी भाटी बाबा चवर ढुलायो,
धरम तंवर थारो भजन सुनायो,
ऐ हे हेलो मारो सुनो धनी राम देव,
गांव रुनिचे बुलाय,
रुनिचे मारो मन लागो।
ऐ हे बाबा आयो रे,
भादरवो मास,
रुनिचे मारो मन लागो,
म्हारे उठी रे हिवड़े रे हिलोर,
रुनिचे मारो मन लागो,
अजमल जी रा कवर कहावो,
बाई सुगना रा बीर,
ऐ हे माता मेना दे रा,
लाल पूजावो
रानी नेतल रा जीव,
रुनिचे मारो मन लागो।
बाबा आयो रे भादरवो मास रुनिचे मारो मन लागो |गायक धर्मेंद्र तंवर | पहली बार बाबा रामदेव जी का गरबा
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