बजरंगी ने लंका जलाई लिरिक्स Bajrangi Ne Lanka Jalai Lyrics
बजरंगी ने लंका जलाई लिरिक्स Bajrangi Ne Lanka Jalai Lyrics
बजरंगी ने लंका जलाई,जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाई,
जलाई जलाई जलाई,
बजरंगी ने लंका जलाई,
कूदे वो डाली डाली,
कर दी है बगिया खाली,
मार दिया है जम्बू माली,
चप्पे चप्पे में आग लगाई,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाई।
वो तो वीर है बांका लड़ाका,
सारी नगरी में किया धमाका,
किसी के सर को फोड़ा,
किसी की टांग है तोड़ा,
वो ऐसा घुसा मारे,
दिखाता दिन में तारे,
मची है हाहाकारी,
अकेला सब पर भारी,
उसने ऐसी है गदा चलाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाई,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई।
लड़ने अक्षय कुमार भी आया,
मारी एक लात मार गिराया,
फिर मेघनाथ है आया,
जब नहीं जीत वो पाया,
है ब्रह्म का अस्त्र चलाया,
तो समझ राम की माया,
चले वो बंदी बनके,
काल बनके रावण के,
जब पूछ में आग लगाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाई,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई।
राजपाल महाकाल आए,
अंजनी का लाल कहाये,
जो है श्री राम का प्यारा,
माता सीता का दुलारा,
बल देता देवे बुद्धि,
करता जो इनकी भक्ति,
लक्खा जयकार ,
बजरंग की महिमा गावे,
बांकी सूरत है मन में समाई,
समाई समाई समाई,
मेरे मन में है सूरत समाई,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई।
करता हूँ इनकी भक्ति,
मिलती है मुझको शक्ति,
जब भी अटकी है नाव चलाई,
समाई समाई समाई,
मेरे मन में है सूरत समाई,
बजरंग की है सूरत समाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाई,
जलाई जलाई जलाई,
बजरंगी ने लंका जलाई।