हारे के सहारे अब तो आकार ले सम्भाल

हारे के सहारे अब तो आकार ले सम्भाल

दुःख बहुत बड़े सरकार पड़े,
हम हाल से हुए बेहाल,
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल॥
लहरों का जोर भारी टूटी सी नाव है,
तू ही बता दे बाबा क्या ये इंसाफ़ है,
थाम लो अब पतवार श्याम,
तुम ले चल परली पार,
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल॥

सारी दुनिया में मेरा कोई ना आसरा,
मेरा तो जो कुछ वो तू ही है सांवरा,
देर करो ना और सहा
ना जाए अब ये काल,
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल॥

पहले क्या गम कम था
इस जीवन में श्याम है,
दूजा जो गम तू देता ना
सुनकर श्याम है,
अब तो बाबा मोरछड़ी
ले लीले पर तो चाल,
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल॥

तेरा हर फैसला सिर माथे सरकार ये,
आये जो ना फिर समझू
कमी थी पुकार में,
कमल भरोसा प्रीत ना होगी
तुम संग लगी बेकार,
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल॥
दुःख बहुत बड़े सरकार पड़े
हम हाल से हुए बेहाल,
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल॥
 


हरे के सहारे || Shyam Singh Chouhan || Khatu Shyam Bhajan || Sci Bhajan Official

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