जगत में उनकी मिटी है चिन्ता लिरिक्स Jagat Me Unaki Miti hai Chinta Lyrics
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता लिरिक्स Jagat Me Unaki Miti hai Chinta Lyrics
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता,जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
उन्ही के जीवन हरे भरे है,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है।
ना तुम को पाया किसी ने बल से,
ना तुम को पाया किसी ने छल से,
पाया है तुमको क्षमा के जल से,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है।
ना तुम को पाया गरीब बनकर,
ना तुम को पाया अमीर बनकर,
पाया है तुमको शहीद बनकर,
जो तेरे चरणो मे आ गिरे है,
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है।
ना तुमको पाया किसी ने तन से,
ना तुमको पाया किसी ने धन से,
पाया है तुमको इक सच्चे मन से,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है।
ना तुमको पाया किसी ने गा कर,
ना तुमको पाया भेंट चढ़ा कर,
पाया है तुमको दिल से रिझाकर,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है।
जगत में उनकी मिटी है चिन्ता,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
उन्ही के जीवन हरे भरे है,
जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
माँ जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
माँ जो तेरे चरणो में आ गिरे है,
माँ जो तेरे चरणो में आ गिरे है।