मैया के भजन में भक्तों, ऐसे भाव जगाया करो, मन मंदिर में श्रद्धा भाव की, सच्ची जोत जगाया करो।
ध्यांनू की सच्ची भक्ति थी, दिल से मां को मनाया था, चरणों में मैया के उसने, काट के शीश चढ़ाया था, मां चरणों में सच्चे मन से, तो आंसू छलकाया करो, मन मंदिर में श्रद्धा भाव की, सच्ची ज्योत जगाया करो।
शबरी की भक्ति को देखो, सबसे अजब निराली थी, रास्ता रोज बुहारे प्रभु का, रोज ही फूल बिछाती थी, एक झलक पाने की खातिर, तुम भी पलके बिछाया करो, मन मंदिर में श्रद्धा भाव की, सच्ची जोत जगाया करो।
मीरा की सच्ची भक्ति थी, मनमोहन को पाया था, जहर के प्याले में मीरा ने, प्रभु का रूप निहारा था, जीवन एक गम का प्याला है, प्रभु का रूप निहारा करो, मंदिर में श्रद्धा भाव की, सच्ची जोत जगाया करो।
मैया के भजन में भक्तों, ऐसे भाव जगाया करो, मन मंदिर में श्रद्धा भाव की, सच्ची जोत जगाया करो।
जय माता की मैया के भजनों में भक्तों ऐसे भाव जगाया अनमोल भजन है