दर दर पर मैंने अर्जी लगाई, आकर तुमको पुकारा, दुनिया से इंकार मिला है, आखिर तेरा सहारा, आखिर तेरा सहारा, कैसे बनेगा रे मेरा, बिगड़ा नसीबा कैसे बने, कौन सुनेगा रे मेरी, तुम बिन भोले कौन सुने।
Shiv Bhajan Lyrics in Hindi,Upasana Mehta Bhajan Lyrics
रो रो के फरियाद करूं मैं, सुन ले लखदातारी। अपना जानके तुझको बाबा, मैंने अर्ज गुजारी, मैंने अर्ज गुजारी, कैसे बसेगा रे मेरा, उजड़ा गुलशन कैसे बसे, कौन सुनेगा रे मेरी, तुम बिन भोले कौन सुने।
किस दुनिया में तुम हो बाबा, हारे के रखवाले, हारा हुआ मैं शरण में आया,
तूने अगर इनकार किया तो, किसको मुंह दिखलाऊं, हर्ष पड़ा चरणों में बाबा, अब ना लौट के जाऊं, अब ना लौट के जाऊं, कौन कहेगा रे मुझे, तुम बिन अपना कौन कहे, कौन सुनेगा रे मेरी, तुम बिन भोले कौन सुने।
कौन सुनेगा रे मेरी तुम बिन भोले | Kaun Sunega Re Meri Tum Bin Bhole | Upasana Mehta Bhajan |
⭐Song : Kaun Sunega Re Meri Tum Bin Bhole ⭐Singer : Upasana Mehta