मेरे नटवर कृष्ण कन्हैया तट यमुना

मेरे नटवर कृष्ण कन्हैया तट यमुना

मेरे नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया,
सभी के दुख हर लेंगे,
सभी की झोली भर देंगे,
नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया।

सारी दुनिया के दाता बृजवासी,
करते भगतों की दूर उदासी,
सवाली कोई खाली ना गया,
जो भी आया मुरादें ले गया,
मेरे प्यारे नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया।

प्यारी मुरली कानों में रस घोले,
जय राधे श्याम सारा जग बोले,
जन्म जन्म के पाप धुलते,
नसीबों के द्वारे हैं खुलते,
मेरे प्यारे नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया।

गौ पालक कृपालु दीनदयाला,
दुख भजना ये जग रखवाला,
करिश्मे ये किये जा रहा,
दुआएं हमें दिये जा रहा,
मेरे प्यारे नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया।

ये बांके राधारमण गिरधारी,
सुख कर्ता है कुंज बिहारी,
इसी का सदा नाम लीजिये,
इन्हें नित सौ प्रणाम कीजिये,
मेरे प्यारे नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया।

मेरे नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया,
सभी के दुख हर लेंगे,
सभी की झोली भर देंगे,
नटवर कृष्ण कन्हैया,
तट यमुना के रास रचैया।


मेरे नटवर कृष्ण कन्हैया तट यमुना के रास रचइया सभी के दुख हर लेंगे #Krishan bhajan

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