मन का दीप लिरिक्स Man Ka Deep Lyrics
मन का दीप लिरिक्स Man Ka Deep Lyrics
मन का दीप जला,जीवन दीप जला,
ख़्वाबों में खोया है,
जाग ज़रा मतवाले।
सच बतलाओ,
तेरे मन में,
रात कैसी छाई,
अच्छा नहीं है,
देख सम्भल जा,
यीशु से है जुदाई,
मन का मैल धुला,
ख़्वाबों में खोया है,
जाग ज़रा मतवाले।
यह दुनियाँ है,
ख़्वाब सुनहरा,
इसमें जो फँस जायें,
रोए तड़पे चैन ना पायें,
घुल घुल कर मर जायें,
यीशु को अपना,
ख़्वाबों में खोया है,
जाग ज़रा मतवाले।
यीशु को तू,
अपने जीवन में,
अपना मीत बना ले,
छोड़ दे अब यह,
दुनियाँ सुनहरी,
दुनियाँ से मन को फिराले,
होगा तेरा भला,
ख़्वाबों में खोया है,
जाग ज़रा मतवाले।