प्रभु जी सदा कृपा हम पे बनाये रखना Prabhu Ji Sada Kripa
प्रभु जी सदा कृपा हम पे बनाये रखना, जो रास्ता सही हो उस पे चलाए रखना, कृपा बनाये रखना।
ए दो जहां के मालिक, तेरे दर के हम सवाली, सब कुछ गया है लेकिन मर्यादा है संभाली, जो सिखाया ना भूला ना हर हाल मुस्कुराना, आंसू छुपाये रखना, कृपा बनाये रखना।
ए दो जहां के मालिक अब क्या गिला करू मैं, सब इक बार मर के क्यों रोज ही मरू मैं, सह पाउंगी मैं कैसे गम की चिता पे एसे, खुद को जलाये रखना, कृपा बनाये रखना।
एह दो जहां के मालिक कया भूल है हमारी, कटती नही बता क्यों किस्मत के रेखा काली, अब सारे दर्द लेले कोई दिन सबा का दे दे, पल भर हंसाये रखना, कृपा बनाये रखना।
प्रभु जी सदा कृपा हम पे बनाये रखना, जो रास्ता सही हो उस पे चलाए रखना, कृपा बनाये रखना।