तेरे सलकनपुर स्थान दुर्गा महारानी भजन
(मुखड़ा)
तेरे सलकनपुर स्थान,
दुर्गा महारानी।।
(अंतरा)
मैया विजयासन है भोली,
मैया भरती सबकी झोली,
निर्धन को करे धनवान,
दुर्गा महारानी।।
मैया पलना कोई चढ़ाए,
मैया ललना कोई खिलाए,
मुँह माँगा मिले वरदान,
दुर्गा महारानी।।
मैया शरण तुम्हारी आऊँ,
पूड़ी हलवा भोग लगाऊँ,
करो कृपा दया निधान,
दुर्गा महारानी।।
मैया ज्योत जले दिन राती,
मैया सोए भाग जगाती,
तेरी महिमा बड़ी महान,
दुर्गा महारानी।।
मैया 'पद्म' तेरे जस गाए,
मैया बिगड़े काज बनाए,
तेरे सेवक हैं नादान,
दुर्गा महारानी।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
तेरे सलकनपुर स्थान,
दुर्गा महारानी।।
tere salkan pur asthan,durga maharani