हारे का साथी कहलाता श्याम लिरिक्स Hare Ka Sathi Kahalata Lyrics
हारे का साथी कहलाता श्याम लिरिक्स Hare Ka Sathi Kahalata Lyrics
तुम्हें खाटू नगरी से आना पड़ेगा,भक्तों की बिगड़ी बनाना पड़ेगा,
वचन जो बाबा तूने दिन था,
हारे का साथ निभाना पड़ेगा,
हारे का साथी कहलाता श्याम जी,
मैं भी हूँ हारा तू आजा श्याम जी।
लाखों की तूने बिगड़ी बनाई,
तुझको प्रभु न मेरी याद आई,
नीले पे चढ़ कर आना पड़ेगा,
भक्तों की बिगड़ी बनाना पड़ेगा,
हारे का साथ निभाना पड़ेगा।
श्याम बिना मेरा कोई ना अपना,
ये दुनिया है इक झूठा सपना,
चरणों में अपने बिठाना पड़ेगा,
भक्तों की बिगड़ी बनाना पड़ेगा,
हारे का साथ निभाना पड़ेगा।
संजय अमन का बस यही कहना,
खाटू नगरी से दूर नहीं रहना,
हर ग्यारस पे बुलाना पड़ेगा,
भगतो की बिगड़ी बनाना पड़ेगा,
हारे का साथ निभाना पड़ेगा।