ज्योत जला लो शेरावाली को मना लो भजन
ज्योत जला लो शेरावाली को मना लो भजन
(मुखड़ा)
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।
दर तेरे आए माँ शीश झुकाएं,
उनकी चमकी जिंदगी।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
(अंतरा)
ब्रह्मा गुण गाएं,
नारद वीणा बजाएं।
मैया के चरणों में आ के,
विष्णु शीश झुकाएं।
माँ आदि भवानी, माँ जग कल्याणी,
तेरी महिमा की कहानियां।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
भक्तों को तारे,
मैया पापी संहारे।
जय जय जय जगदंबे के,
देखो गूंजे जयकारे।
चिंतपूर्णी माँ संकट हरणी,
दूर करें परेशानियां।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
कोढ़ी को काया,
देवे निर्धन को माया।
करती आँचल की छाया,
देवेंद्र भिखारी बन आया।
ज्वाला रानी जगदंबा भवानी,
माँ की कृपा मस्तानियां।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।
दर तेरे आए माँ शीश झुकाएं,
उनकी चमकी जिंदगी।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।
दर तेरे आए माँ शीश झुकाएं,
उनकी चमकी जिंदगी।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
(अंतरा)
ब्रह्मा गुण गाएं,
नारद वीणा बजाएं।
मैया के चरणों में आ के,
विष्णु शीश झुकाएं।
माँ आदि भवानी, माँ जग कल्याणी,
तेरी महिमा की कहानियां।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
भक्तों को तारे,
मैया पापी संहारे।
जय जय जय जगदंबे के,
देखो गूंजे जयकारे।
चिंतपूर्णी माँ संकट हरणी,
दूर करें परेशानियां।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
कोढ़ी को काया,
देवे निर्धन को माया।
करती आँचल की छाया,
देवेंद्र भिखारी बन आया।
ज्वाला रानी जगदंबा भवानी,
माँ की कृपा मस्तानियां।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।
दर तेरे आए माँ शीश झुकाएं,
उनकी चमकी जिंदगी।
ज्योति जला लो,
शेरावाली को मना लो।
आए मैया रानी के नवरात,
पा लो मेहरबानियां,
माँ की मेहरबानियां।।
ज्योति जला लो ~Jyoti Jala Lo ~ Pujya Shri Devendra ji maharaj