जबलपुर में काली विराजी है महाकाली भजन
(मुखड़ा)
तेरे दीदार को मैया,
तरसे मोरी अँखियाँ,
दे दर्शन इस लाल को,
जो आऊँ तोरी दुअरिया।।
(अंतरा)
अरे, भगतन को दर्शन देने ले लाने,
गढ़ा फाटक में देवी दिखानी है,
जबलपुर में काली विराजी हैं,
जबलपुर में काली विराजी हैं।।
अरे, रोगी को काया,
निर्धन को माया,
देती मात भवानी है,
जबलपुर में काली विराजी हैं।।
अरे, दानव दलन करे,
दुष्टों को मारे,
ऐसी माँ कल्याणी है,
जबलपुर में काली विराजी हैं।।
अरे, तू ही शारदा,
तू ही भवानी,
तू जग की रखवाली है,
जबलपुर में काली विराजी हैं।।
अरे, हाथ जोड़ सब,
अर्जी लगावें,
द्वारे पे सब नर-नारी हैं,
जबलपुर में काली विराजी हैं।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
अरे, भगतन को दर्शन देने ले लाने,
गढ़ा फाटक में देवी दिखानी है,
जबलपुर में काली विराजी हैं,
जबलपुर में काली विराजी हैं।।
Jabalpur Me Kali Viraji Hai - जबलपुर में काली विराजी है - Mahakali Special - Uday Soni -9131843199
Song : Jabalpur Me Kali Viraji Hai
Singer : Uday Lucky Soni
Lyrice- Uday Soni
Music : Paras (Paaru)