(मुखड़ा) जिसने भी माँ की चौखट पे, सर को झुका लिया, करके दया भवानी ने, बाहों में उठा लिया, करके दया भवानी ने, बाहों में उठा लिया।।
(अंतरा 1) कैला करोली वाली माँ, ममता की खान है, मैया के दर पे झुक रहा, सारा जहान है, जिसने भी झोली फैलाई, उसने ही पा लिया, करके दया भवानी ने, बाहों में उठा लिया।।
(अंतरा 2) नौ निधि अष्ट सिद्ध की, दाता दयाली है, ये ही है दुर्गा चामुंडा, ये ही काली है, रोता गया जो द्वार पर, उसको हँसा दिया, करके दया भवानी ने, बाहों में उठा लिया।।
(अंतरा 3) कलयुग में कैला मैया का, डंका है चारों ओर, चरणों का बन जा ‘बावरा’, होगी कृपा की कौर, ‘चोखानी’ ने भी भजनों से, माँ को रिझा लिया, करके दया भवानी ने, बाहों में उठा लिया।।
(पुनरावृत्ति) जिसने भी माँ की चौखट पे, सर को झुका लिया, करके दया भवानी ने, बाहों में उठा लिया, करके दया भवानी ने, बाहों में उठा लिया।।
जिसने भी माँ की चौखट पे सर को झुका लिया || Raju Bawra || Mata Rani Bhajan 2022 || Mata Ki Chowki
Album :- जिसने भी माँ की चौखट पे सर को झुका लिया Bhajan :- Jisne Bhi Maa Ki Chaukhat Pe Sar Ko Jhuka Liya Singer :- Raju Bawra Lyrics :- Pramod Chaukhani