ग्यारस व्रत बड़ो फलदाई रामा
ग्यारस व्रत बड़ो फलदाई रामा,
कर लेओ बरत बड़ो सुखदाई रामा,
ग्यारस बरत बड़ो फलदाई रामा।
जिस घर में धर्म नहीं,
सुख संयम रामा,
उसे घर कैसे आएंगे,
मुरारी आवेगे गिरधारी,
आएंगे बनवारी,
ग्यारस व्रत बड़ो सुखदाई रामा।
जिस धर्म में धर्म सुख संयम रामा,
उसे घर नित उठ आएंगे,
मुरारी आएंगे गिरधारी,
आएंगे बनवारी,
ग्यारस बरत बड़ो फलदाई रामा।
मेरे ही अंगना में,
गंगा बहता है रामा,
नहाने को निस दिन आएंगे,
मुरारी आएंगे गिरधारी
आएंगे बनवारी,
ग्यारस व्रत बड़ो फलदाई रामा।
मेरे ही अंगना में,
तुलसा का बिडला रामा,
सीचन को निस दिन आएंगे,
मुरारी आएंगे गिरधारी,
आएंगे बनवारी,
ग्यारस व्रत बढ़ो फलदाई रामा।
मेरे री अंगना में,
शिव जी का मंदिर रामा,
पूजा करन को आएंगे,
मुरारी आएगे गिरधारी,
आएंगे बनवारी,
ग्यारस बरत बढ़ो फलवाई रामा।
मेरे अंगना में राम रसोई रामा,
भोग लगाने को आएंगे,
मुरारी आएंगे गिरधारी,
बनवारी आएंगे बनवारी,
ग्यारस बरत बड़ो फलदाई रामा।
तुलसी दास आस रघुवर की,
हरि के चरणों में मैं जाऊं,
बलिहारी सदा बलिहारी।
GYARAS BARAT BADO FALDAYI RAMA