मुझे नौकर रखले दादी झुंझनू धाम में भजन
मुझे नौकर रखले दादी झुंझनू धाम में भजन
(मुखड़ा)
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।
तू लगा मुझे तेरी सेवा के काम में,
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
(अंतरा)
जो भी हो मर्जी तेरी, दे देना मुझको तनख्वाह,
इतनी कृपा तो करना, चल जाए घर का खर्चा।
मेरा हाथ ना फैले और किसी के सामने,
मेरा हाथ ना फैले और किसी के सामने।
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
जो सेठ माँगते तुमसे, क्यों उनका हुक्म बजाऊँ,
मैं करूँ चाकरी तेरी, और सबको ये बतलाऊँ।
मुझे काम दिया है, दादी ने दरबार में,
मुझे काम दिया है, दादी ने दरबार में।
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
ना शोहरत माँगूँ तुमसे, ना धन-दौलत और माया,
‘सोनू’ छोटी सी अर्जी, ये दिल में लेकर आया।
मैं आया अपना सब कुछ तुमपे वारने,
मैं आया अपना सब कुछ तुमपे वारने।
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।
तू लगा मुझे तेरी सेवा के काम में,
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।
तू लगा मुझे तेरी सेवा के काम में,
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
(अंतरा)
जो भी हो मर्जी तेरी, दे देना मुझको तनख्वाह,
इतनी कृपा तो करना, चल जाए घर का खर्चा।
मेरा हाथ ना फैले और किसी के सामने,
मेरा हाथ ना फैले और किसी के सामने।
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
जो सेठ माँगते तुमसे, क्यों उनका हुक्म बजाऊँ,
मैं करूँ चाकरी तेरी, और सबको ये बतलाऊँ।
मुझे काम दिया है, दादी ने दरबार में,
मुझे काम दिया है, दादी ने दरबार में।
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
ना शोहरत माँगूँ तुमसे, ना धन-दौलत और माया,
‘सोनू’ छोटी सी अर्जी, ये दिल में लेकर आया।
मैं आया अपना सब कुछ तुमपे वारने,
मैं आया अपना सब कुछ तुमपे वारने।
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।
तू लगा मुझे तेरी सेवा के काम में,
झुंझुनू धाम में, झुंझुनू धाम में।
कुछ और नहीं, मैं आया तुमसे माँगने,
मुझे नौकर रख ले, दादी, झुंझुनू धाम में।।
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