हारता जा रहा तू कहाँ श्याम है

हारता जा रहा तू कहाँ श्याम है

मन परेशान है,
दिल भी हैरान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है,
चलते चलते प्रभु,
आ गया मैं कहाँ,
कुछ ख़बर ही नहींं ,
कुछ नहीं ज्ञान है,
मन परेशान है,
दिल भी हैरान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है।

है कठिन ये सफ़र,
दूर मंजिल बड़ी,
ना तो है रह गुजर,
मुश्किलें भी खड़ी,
मुश्किले भी खड़ी,
काँपते होठों पे,
भी तेरा नाम है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है,
चलते चलते प्रभु,
आ गया मैं कहाँ,
कुछ खबर ही नहीं,
कुछ नहीं ज्ञान है,
मन परेशान है,
दिल भी हैरान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है।

नीर जैसे मेरे,
अश्क है बह रहे,
सुन भी लो ना प्रभु,
तुमसे कुछ कह रहे,
तुमसे कुछ कह रहे,
आँसुओ में छुपा,
मेरा पैग़ाम है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है,
चलते चलते प्रभु,
आ गया मैं कहाँ,
कुछ खबर ही नहीं,
कुछ नहीं ज्ञान है,
मन परेशान है,
दिल भी हैरान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है।

अब समय आ गया,
मेरे संकट हरो,
ज़ख्म जो भी मेरे,
श्याम तुम ही भरो,
श्याम तुम ही भरो,
तेरे निर्मल का बस,
तू निगेह बान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है,
चलते चलते प्रभु,
आ गया मैं कहाँ,
कुछ खबर ही नहीं,
कुछ नहीं ज्ञान है,
मन परेशान है,
दिल भी हैरान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है।

मन परेशान हैं,
दिल भी हैरान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है,
चलते चलते प्रभु,
आ गया मैं कहाँ,
कुछ खबर ही नहीं,
कुछ नहीं ज्ञान है,
मन परेशान है,
दिल भी हैरान है,
हारता जा रहा,
तू कहाँ श्याम है।
 


मन परेशान है दिल भी हैरान हैहारता जा रहा तू कहा श्याम है || sanjay mittal live || khatu kala bhawan
Next Post Previous Post