आसरो दादी थारो है आसरो भजन

आसरो दादी थारो है आसरो म्हाने थारो है भजन

(मुखड़ा)
थारे भरोसे बैठ्यो मैया,
कोई ना म्हारो है,
आसरो दादी थारो है,
आसरो म्हाने थारो है।।

(अंतरा)
नैया मेरी भटक गई है,
थोड़ी-थोड़ी चटक गई है,
मझधारा में अटक गई है,
दारमदार भवानी इब तो,
दारमदार भवानी इब तो,
थां पर सारो है,
आसरो दादी थारो है,
आसरो म्हाने थारो है।।

हाथ पकड़ ले, डूब ना जाऊँ,
रो-रो थाने आज बुलाऊँ,
मेरे मन की पीर सुनाऊँ,
थे ना सुनो तो डूब ही जास्यूं,
थे ना सुनो तो डूब ही जास्यूं,
और ना चारो है,
आसरो दादी थारो है,
आसरो म्हाने थारो है।।

'हर्ष' भवानी, लाज बचा ले,
चरणा माहि आज बिठा ले,
टाबरिया ने गले लगा ले,
जग सेठाणी, हाथ थाम ले,
जग सेठाणी, हाथ थाम ले,
तेरो सहारो है,
आसरो दादी थारो है,
आसरो म्हाने थारो है।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
थारे भरोसे बैठ्यो मैया,
कोई ना म्हारो है,
आसरो दादी थारो है,
आसरो म्हाने थारो है।।
 


आसरो दादी थारो है || Kumari Gunjan || Aasro Dadi Tharo Hai || Rani Sati Dadi Bhajan 2021

Bhajan :- Aasro Dadi Tharo Hai
Singer :- Kumari Gunjan
Lable :- Shree Cassette Industry 

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