गुरुदेव तुम्हारे चरणों में बैकुंठ भजन

गुरुदेव तुम्हारे चरणों में बैकुंठ भजन

गुरुदेव तुम्हारे चरणों में, बैकुंठ का वास लगे मुझको।।
अब तो तेरे ही रूप बस, प्रभु का एहसास लगे मुझको।।
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में, बैकुंठ का वास लगे मुझको।।

अमृत चरणों का देकर मुझे, पाप से पावन कर डाला।।
मेरे सिर पे हाथ फेर करके, मुझे अपने ही रंग में रंग डाला।।
इस जीवन की बिल्कुल ही, नई जैसे शुरुआत लगे मुझको।।
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में, बैकुंठ का वास लगे मुझको।।

मैं किस पे भला अभिमान करूं, ये हाड़ मांस की काया है।।
सोना, चाँदी, हीरे, मोती, बस चार दिनों की माया है।।
गुरुदेव ने ऐसा ज्ञान दिया, दुनिया बनवास लगे मुझको।।
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में, बैकुंठ का वास लगे मुझको।।

मैंने नाम गुरु का लिख डाला, हर सांस पे, हर इक धड़कन पर।।
केवल अधिकार गुरु का, अब तो शर्मा के जीवन पर।।
गुरुदेव बिना कुछ बहता नहीं, अब ऐसा आभास लगे मुझको।।
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में, बैकुंठ का वास लगे मुझको।।


2018 Guru Purnima Special Bhajan | गुरुदेव तुम्हारे चरणों में | Sanjay Gulati | New bhajan 2018
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