जग ज्योति तू उतरा अन्धकार में लिरिक्स Jag Jyoti Tu Utara Lyrics
जग ज्योति तू उतरा अन्धकार में लिरिक्स Jag Jyoti Tu Utara Lyrics
जग ज्योति तू उतरा अन्धकार में,तूने मेरी आँखें खोल दी,
ख़ूबसूरती तुझ चाहूँ पुरे दिल से,
आशा जीवन तेरे संग की।
आराधना करूँ,
सर को मैं झुकाऊँ,
येशु सिर्फ तू है मेरा खुदा,
तू है अति सुन्दर,
तू है अति योग्य,
तू है अति अद्भुत मुझको।
राजा अनंत तू सब से है ऊँचा,
महिमा में विराजमान,
नम्र होकर आया,
जिस संसार को बनाया उसमे,
प्रेम के खातिर हुआ गरीब।
आराधना करूँ,
सर को मैं झुकाऊँ,
येशु सिर्फ तू है मेरा खुदा,
तू है अति सुन्दर,
तू है अति योग्य,
तू है अति अद्भुत मुझको।
मैं कभी ना जानूँ दाम मेरे,
पाप सूली पर चढाने के।
आराधना करूँ,
सर को मैं झुकाऊँ,
येशु सिर्फ तू है मेरा खुदा,
तू है अति सुन्दर,
तू है अति योग्य,
तू है अति अद्भुत मुझको।
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