खाटू में जा के माँगिये लिरिक्स Khatu Me Jake Mangiye Lyrics
दर दर भटकना छोड़ के,खाटू में जा के माँगिये,
रिश्ता प्रभू से जोड़ के,
खाटू में जा के माँगिये।
विश्वास रखिये श्याम पे,
हरगिज़ ना हार होगी,
नैया चलायें श्याम तो,
कैसे ना पार होगी,
आयेंगे बाबा दौड़ के,
खाटू में जा के माँगिये।
सर्वस्व सौंप दीजिये,
अपना उन्हीं के हाथ में,
औरों की क्या ज़रूरत है,
बाबा हैं जिसके साथ में,
बंधन जहाँ के तोड़ के,
खाटू में जा के माँगिये।
करिये वहाँ समर्पण,
दिखलायेंगे वो दर्पण,
जो भी दिया है बाबा ने,
करिये उन्हीं को अर्पण,
चादर भजन की ओढ़ के,
खाटू में जा के माँगिये।
हो जाएँगे वो मोहित,
तो स्वीकार अर्ज़ी होगी,
होगा वही जो खाटू के,
राजा की मर्ज़ी होगी,
हाथों को अपने जोड़ के,
खाटू में जा के माँगिये।