लाख लाख वंदन तमने भजन लिरिक्स
लाख लाख वंदन तमने भजन Lakh Lakh Vandan Tamane Lyrics
साखी – गुरु को कीजिए बबंदगी,और कोटि कोटि प्रणाम |किट ना जाने भृंग को ,गुरु करले आप समान।
भजन – लाख लाख वंदन तमने कोटि कोटि वंदन
गुरु गम का सागर तामने लाख लाख वंदन।
1. अज्ञान जीवाड़ो गुरु जी चरणों में आयो ,
ज्ञान को दीपक गुरुजी ,जलाईहो दिजो |
गुरु गम का सागर .....|
2. लख चौरासी में जिवडो भटकी ने आयो।
म्हारे अब कि चौरासी गुरुजी ,छुड़ाई हो दी जो |
गुरु गम का सागर.....।
3. डूबत डूबत हो गुरुजी अपने बचाया |
म्हारो अब को जीवन हो गुरुजी , सवारी हो दी जो |
गुरु गम का सागर.....।
4. धरम दास की गुरुजी अरज गुसाई।
म्हारो अब को जीवन हो गुरुजी ,सवारी हो दी जो।
गुरु गम का सागर.....।
भजन – लाख लाख वंदन तमने कोटि कोटि वंदन
गुरु गम का सागर तामने लाख लाख वंदन।
1. अज्ञान जीवाड़ो गुरु जी चरणों में आयो ,
ज्ञान को दीपक गुरुजी ,जलाईहो दिजो |
गुरु गम का सागर .....|
2. लख चौरासी में जिवडो भटकी ने आयो।
म्हारे अब कि चौरासी गुरुजी ,छुड़ाई हो दी जो |
गुरु गम का सागर.....।
3. डूबत डूबत हो गुरुजी अपने बचाया |
म्हारो अब को जीवन हो गुरुजी , सवारी हो दी जो |
गुरु गम का सागर.....।
4. धरम दास की गुरुजी अरज गुसाई।
म्हारो अब को जीवन हो गुरुजी ,सवारी हो दी जो।
गुरु गम का सागर.....।
लाख लाख वंदन तमने | Laakh Laakh Vandan Tamne | Kabir in JNU 9669359081