मैया की किरपा जिस पर भी रहती है लिरिक्स Maiya Ki Kripa Lyrics
मैया की किरपा जिस पर भी रहती है लिरिक्स Maiya Ki Kripa Lyrics
मैया की किरपा,जिस पर भी रहती है,
मैया की किरपा,
जिस पर भी रहती है,
उसके घर में सुख की,
गंगा बहती है।
प्यार का सागर है ये,
ममता की मूरत है,
साथ है मैया तो फिर,
किसकी जरुरत है,
मूरत माँ की जिसके,
दिल में होती है,
उसके घर में सुख की,
गंगा बहती है,
मैया की किरपा,
जिस पर भी रहती है।
प्रेम से जिसने भी,
मैया को पुकारा है,
माँ ने आ करके,
दिया उसको सहारा है,
हाथ अगर ये थाम,
किसी का लेती है,
उसके घर में सुख की,
गंगा बहती है,
मैया की किरपा,
जिस पर भी रहती है।
मैया के चरणो में,
तीर्थ धाम है सारे,
है यहीं पर स्वर्ग,
आकर देख ले प्यारे,
शरण में अपने जिसको,
माँ ले लेती है,
उसके घर में सुख की,
गंगा बहती है,
मैया की किरपा,
जिस पर भी रहती है।
वो है बड़भागी जिसे,
मैया ने अपनाया,
है मेरे सर पर भी,
उसके प्यार का साया,
भक्त जनों की चिंता,
मैया करती है,
उसके घर में सुख की,
गंगा बहती है,
मैया की किरपा,
जिस पर भी रहती है।