मनवा खेती करो हरि नाम की
मनवा खेती करो हरि नाम की
मनवा खेती करो हरि नाम की,मनवा खेती करो हरि नाम की।
पैसा ना लागे रुपया ना लागे,
ना लागे कौड़ी दमड़ी,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम,
मनवा खेती करो हरि नाम की।
मन के बैल गुरु दिशा भटके,
रस्सी लगाओ गुरु ज्ञान की,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम,
मनवा खेती करो हरि नाम की।
कहत कबीरा सुन भाई साधू,
भक्ति करो हरि हर की,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम,
मनवा खेती करो हरि नाम की।
मनवा खेती करो हरी नांम की(श्री पंडित रघुनाथ खंडाळा कर) manwa kheti karo hari namm ki