मेरा बाबा खाटूवाला प्रेम लुटाता है

मेरा बाबा खाटूवाला प्रेम लुटाता है

मेरा बाबा खाटूवाला,
प्रेम लुटाता है,
मेरा बाबा खाटू वाला,
प्रेम लुटाता है,
जो साचे मन से ध्यावे,
वो सब कुछ पाता है।

गर दिल में विश्वास नहीं तो,
मूरत केवल मूरत है,
गर दिल में विश्वास भरा तो,
मूरत में मूरत है,
जो प्रेम भाव से निरखे,
वो दर्शन पाता है।

खाटू वाला सेठ सांवरा,
सबकी न्याय चुकाता है,
छोटा मोटा देव नहीं ये,
जग का भाग्य विधाता है,
कर शीशदान वर पाकर,
ये श्याम कहाता है।

नन्दू अब दीवाना होकर,
श्याम प्रभु का गुण गा ले ,
मत कर देर श्याम का बनकर,
संवारिये को तू पाले,
सांवरिया ही भक्तों का,
हर काम पटाता है।

मेरा बाबा खाटूवाला,
प्रेम लुटाता है,
मेरा बाबा खाटू वाला,
प्रेम लुटाता है,
जो साचे मन से ध्यावे,
वो सब कुछ पाता है।



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