राधे तिलक लगावे संसार लिरिक्स Radhey Tilak Lagave Lyrics

राधे तिलक लगावे संसार लिरिक्स Radhey Tilak Lagave Lyrics

उंगली आपस में बतलाए,
बहने तोहै काहे को अभिमान,
काहे को अभिमान,
बहन तोहै काहे को अभिमान।

पहली उंगली यू उठ बोली,
सबसे पहली मैं,
राधे राधे चक्कर दियो चलाए,
बहन मोहे याही को अभिमान,
उंगली आपस में बतलाए,
बहने तोहै काहे को अभिमान।

दुजी उंगली यू उठ बोली,
सबसे बड़ी हूं मैं,
राधे राधे लिखत पढ़त मेरो काम,
बहन मोहे याहि को अभिमान,
उंगली आपस में बतलाए,
बहने तोहै काहे को अभिमान।

तीजी उंगली यू उठ बोली,
पूजा को मेरो काम,
राधे राधे तिलक लगावे संसार,
बहन मोहे याहि को अभिमान,
उंगली आपस में बतलाए,
बहने तोहै काहे को अभिमान।

चौथी उंगली यू उठ बोली,
सबसे छोटी मैं,
राधे राधे गिरवर लियो उठाए,
बहन मोहे याहि को अभिमान,
उंगली आपस में बतलाए बहने,
तोहै काहे को अभिमान।

पांचवा अंगूठा यू उठ बोलो,
सरकारी मेरो पति,
राधे राधे मोहर लगावे संसार,
बहन मोहे याहि को अभिमान,
उंगली आपस में बतलाए,
बहने तोहै काहे को अभिमान।

छोटी हथेली यू उठ बोली,
सत्संग में मेरो काम,
राधे राधे ताली बजावे संसार,
बहन मोहे याहि को अभिमान,
उंगली आपस में बतलाए,
बहने तोहै काहे को अभिमान।
 



बैठ मन्दिर में राधा तिलक लगायो,नैणा में सुरमों सारियो हरे राम (631)फिरणी का भजन/सरोज चौधरी के भजन..

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