शंकर शिवोहम भजन लिरिक्स Shankar Shivoham Bhajan Lryics
जटा जूट भैरव,विभांग शिवोहम,
सदा शिव निराकार,
शंकर शिवोहम।
यह तू की मैं हूँ,
यह मैं हूँ कि तू,
कहां कोई अंतर,
शिवोहम शिवोहम।
दासों दिशा में गूँजता,
प्रचंड शंखनाद है,
तुम्हीं हो बीज प्राण का,
तुम्हीं से सर्वनाश है।
शंभों महा शंभों,
कहां कोई तेरे जैसा,
भक्तों में है तेरे,
कहां कोई मेरे जैसा।
यह तू की मैं हूँ,
यह मैं हूँ कि तू,
कहां कोई अंतर,
शिवोहम शिवोहम।