तेरे दर को मैं छोड़ कहा जाऊं
तेरे दर को मैं छोड़ कहा जाऊं
तेरे दर को मैं छोड़ कहा जाऊं,ना दूजा कोई द्वार ना दिखे,
तेरे दर को मैं छोड़ कहा जाऊं,
ना दूजा कोई द्वार ना दिखे।
तुझ बिन जीना भी क्या जीना,
तेरा दर ही मेरा ठिकाना,
हो तेरे दर को मैं छोड़ कहा जाऊं,
ना दूजा कोई द्वार ना दिखे।
तेरा दर्शन जब मैं पाऊ,
दुनिया के गम भूल ही जाऊ,
हो तेरे दर को मैं छोड़ कहा जाऊं,
ना दूजा कोई द्वार ना दिखे।
इतनी कृपा बस हम पर कर दे,
नाम तेरा गाऊ मुझे यही वर दे,
हो तेरे दर को मैं छोड़ कहा जाऊं,
ना दूजा कोई द्वार ना दिखे।
तेरे दर को छोड़ मां कहां जाऊं || Tere Dar ko mein chhod kha jau Maa duja ko || Mata Bhajan