वारी जाऊं रे बलिहारी जाऊं रे लिरिक्स Vari Jau Re Balihari Jaau Re Lyrics
वारी जाऊं रे बलिहारी जाऊं रे लिरिक्स Vari Jau Re Balihari Jaau Re Lyrics
मैं वारी जाऊं रे,बलिहारि जाऊं रे,
म्हारा सतगुरु आंगन आया,
मैं वारी जाऊं रे।
सतगुरु आंगन आया,
वी गंगा/ज्ञान गोमती लाया रे,
म्हारी निर्मल हो गयी काया,
मैं वारी जाऊं रे।
सब सखी मिलकर हालो,
केसर तिलक लगावो रे,
घणी हेत सूं लेवो बधाई,
मैं वारी जाऊं रे।
सतगुरु दर्शन दीन्हा,
भाग उदय कर दीन्हा रे,
मेरा भरम वरम सब छीना,
मैं वारी जाऊं रे।
सत्संगी बन गयी भारी,
मंगला गाऊं चारी रे,
मेरी खुली हृदय की ताली,
मैं वारी जाऊं रे।
दास नारायण जस गयो,
चरणों में सीस नमायो,
सदगुरु पार लगावे,
मैं वारी जाऊं रे।
वारी जाऊं रे बलिहारी जाऊं रे | Vari Jaun Re Balihari Jaun Re | Geeta Parag |
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