हनुमानजी को भाये अभिमान नहीं लिरिक्स Hanumanji Ko Bhaye Abhiman Nahi Lyrics
हनुमानजी को भाये,अभिमान नहीं थोड़ा,
हनुमानजी को भाये,
अभिमान नहीं थोड़ा,
जोकर गुमान आया,
उसका गुमान तोड़ा।
हनुमान जी को भाये ना,
भाये अभिमान नहीं थोड़ा,
जो कर गुमान आया,
उसका गुमान तोड़ा।
भक्तों में शिरोमणी है,
ये बस राम रस को पीठ है,
करते हैं भजन राम का,
मस्ती में सदा जीते हैं,
मस्ती में सदा जीते हैं।
जो राम नाम जाते हैं,
उनसे ही नाता जोड़ा,
हनुमान जी को भाये ना,
भाये अभिमान नहीं थोड़ा,
जो कर गुमान आया,
उसका गुमान तोड़ा।
शनि देव को अहम हुआ,
हमसे त्रिलोक हारा,
एक दिन आ हनुमान को,
अभिमान से ललकरा,
शंख शनि की मिट गई,
बजरंग ने मान तोड़ा।
हनुमान जी को भाये,
अभिमान नहीं थोड़ा,
जो कर गुमान आया,
उसका गुमान तोड़ा।
लक्खा जो भक्ति भाव से,
हनुमानजी को ध्यावे,
शनि राहु केतु कोई हो,
उसे नहीं सतावे,
जो बेधकड़ शरण गया,
भक्ति से उसे जोड़ा।
हनुमान जी को भाये,
अभिमान नहीं थोड़ा,
जो कर गुमान आया,
उसका गुमान तोड़ा।
हनुमान जी को भाये,
अभिमान नहीं थोड़ा,
जो कर गुमान आया,
उसका गुमान तोड़ा।