मैं तो चली रे पिया के देश

मैं तो चली रे पिया के देश

मैं तो चली रे पिया के देश,
हो मैं तो चली रे पिया के देश,
ये देश हुआ प्रदेश,
मैं तो चली रे पिया के देश।

पिया मिलन को तरस रही थी,
छम छम अंखिया बरस रही थी,
है धर जोगन का भेष,
मैं तो चली रे पिया के देश।

बीते दिवस कई बीती रतिया,
मन की कहूंगी उनसे सारी बतिया,
हो लागि क्या क्या मन को ठेस,
मैं तो चली रे पिया के देश।

आया बुलावा मेरे पिया का,
मन उपवन हर्षाये जीया का,
हो छाया आनंद मन में विशेष,
मैं तो चली रे पिया के देश।

चित्र विचित्र आई बेला मिलन की,
दुल्हन बनुगी मैं तो सांवरे सजन की,
अब क्या रह गया शेष,
मैं तो चली रे पिया के देश।

मैं तो चली रे पिया के देश,
हो मैं तो चली रे पिया के देश,
ये देश हुआ प्रदेश,
मैं तो चली रे पिया के देश।
 


Main To Chali Piya Ke Desh || Newly Krishna Bhajan 2014
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