शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है, ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है, शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं, ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है।
भगत के दिल को यूँ ना तोड़ देना निराशा कर प्रभु ना छोड़ देना, बहुत ही गम के मारे आ पड़े है, शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं, ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है।
हमें भी अपनी सेवा में लगा लो, चरण का अपने सेवक तुम बना लो, जगत से बेसहारे आ पड़े है, शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं, ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है।
फसी है नाव शर्मा की निकालो, सहारा देके लक्खा को बचा लो, लो झोली को पसारे आ पड़े है, शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं, ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है।
शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है, ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है, शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं, ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है।