माँगन मरण समान है मति माँगो कोई भीख मीनिंग
माँगन मरण समान है मति माँगो कोई भीख मीनिंग
माँगन मरण समान है, मति माँगो कोई भीख।माँगन से तो मरना भला, यह सतगुरु की सीख॥
Manga Maran Saman Hai, Mati Mango Koi Bheekh,
Maangne Se to Marana Bhala, Yah Satguru ki Seekh.
- माँगन : किसी से कुछ भी मांगना, सहायता लेना,
- मरण समान है : मृत्यु के समान है.
- मति : मत / भीख मत मांगो.
- माँगो कोई भीख : कोई भी भीख मत मांगो.
- माँगन से तो मरना भला : मांगने से मरना ही उचित है.
- यह सतगुरु की सीख: यही सतगुरु (गुरु) की सीख है, सलाह है.
कबीर के दोहे का हिंदी में अर्थ
कबीर साहेब ने इस दोहे में सन्देश दिया है की माँगना मरने के सामान है। कोई भी किसी से कुछ मांगो मत। मांगने से मरना भला है। यही सतगुरु की सीख है, सलाह है। इस दोहे में संत कवि कबीर दास जी ने व्यक्त किया है कि मांगना और मरना दोनों ही समान होते हैं, इसलिए किसी से भीख मांगना अच्छा नहीं होता, अपितु सन्देश है की हमें स्वंय की मेहनत पर भरोसा करना चाहिए. सतगुरु की शिक्षा के अनुसार, मांगने से मर जाना भी बेहतर है। इसका मतलब है कि हमें स्वयं की मेहनत और परिश्रम से जीवन की आवश्यकताएं पूरी करनी चाहिए और किसी से भीख मांगकर नहीं रहना चाहिए।
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |
