मेरा सब कुछ भोलेनाथ है लिरिक्स Mera Sabkuch Bholenath Hai Lyrics
मेरा सब कुछ भोलेनाथ है लिरिक्स Mera Sabkuch Bholenath Hai Lyrics
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।
कर्पूरगौरं करुणावतारं,
संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्,
सदा बसन्तं हृदयारविन्दे,
भवं भवानीसहितं नमामि।
दम पर जिनके दोनों जहां,
वह दानी देवघर वासी है,
जिन्हे नाथ अनाथो का कहते है,
ये दिल उसका अभिलाषी है।
दम पर जिनके दोनों जहां,
वह दानी देवघर वासी है,
जिन्हे नाथ अनाथो का कहते है,
ये दिल उसका अभिलाषी है।
जिसमे ये सृष्टि सिमट गई,
वो शक्ति मेरे साथ है,
मेरा सब कुछ भोले नाथ है,
मेरा सब कुछ भोले नाथ है।
मन महादेव में रमा हुआ,
उनके श्री चरणों में थमा हुआ,
मेरे रोम रोम में रसा हुआ,
नस नस में जो है बसा हुआ,
जिसको जा बोले बोले महाकाल,
मेरा सब कुछ भोले नाथ है,
मेरा सब कुछ भोले नाथ है।
मेरा सब कुछ भोलेनाथ Mera Sab Kuchh Bholenath
शिव को भोलेनाथ कहा जाता है क्योंकि वे अत्यंत दयालु और सरल हृदय वाले हैं। शिवजी अपने जिस भक्त पर प्रसन्न हो जाते हैं, उसे बस देते ही चले जाते हैं। वे शीघ्र प्रसन्न होने वाले और अपने भक्तों को शीघ्र आशीर्वाद देने वाले देवता हैं।
शिव की महिमा अपरंपार है। वे सभी देवताओं के देव हैं। वे सृष्टि के रचयिता, संहारक और पालक हैं। वे ब्रह्मांड के संचालक हैं। वे ज्ञान, शक्ति और भक्ति के देवता हैं। वे भक्तों के कष्टों को दूर करने वाले हैं।
शिव की महिमा को निम्नलिखित रूप से समझा जा सकता है:
सृष्टि के रचयिता: शिव को सृष्टि के रचयिता माना जाता है। वे ब्रह्मांड को बनाने और चलाने के लिए जिम्मेदार हैं।
संहारक: शिव को संहारक भी माना जाता है। वे बुराई और अधर्म को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार हैं।
पालक: शिव को पालक भी माना जाता है। वे ब्रह्मांड और उसकी सभी सृष्टियों की रक्षा करते हैं।
ज्ञान, शक्ति और भक्ति के देवता: शिव ज्ञान, शक्ति और भक्ति के देवता भी हैं। वे ज्ञान और शक्ति प्रदान करते हैं और भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति कराते हैं।
भक्तों के कष्टों को दूर करने वाले: शिव भक्तों के कष्टों को दूर करने वाले भी हैं। वे भक्तों की प्रार्थनाओं को सुनते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं।
शिव की महिमा को उनके कई रूपों और लीलाओं से समझा जा सकता है। उनके प्रमुख रूपों में नटराज, त्रिमूर्ति, अर्धनारीश्वर, कालभैरव, लिंगम आदि शामिल हैं। उनकी प्रमुख लीलाओं में पार्वती से विवाह, असुरों का संहार, गंगावतरण, त्रिपुरांतक, आदित्यहृदय स्तोत्र, गीता उपदेश आदि शामिल हैं।
शिव हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए सबसे पूजनीय देवताओं में से एक हैं। उन्हें पूरे भारत और दुनिया भर में मंदिरों में पूजा जाता है। शिवरात्रि, शिव का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार, पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है।
शिव को भोलेनाथ कहने के पीछे कई कारण हैं। एक कारण यह है कि शिवजी बहुत ही सरल और दयालु हैं। वे भक्तों की छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान देते हैं और उनकी मनोकामनाओं को पूरी करते हैं। दूसरा कारण यह है कि शिवजी बहुत ही शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं। वे अपने भक्तों की प्रार्थनाओं को तुरंत सुनते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं। तीसरा कारण यह है कि शिवजी बहुत ही सहज और मिलनसार हैं। वे भक्तों के बीच रहना पसंद करते हैं और उनके साथ भोजन करते हैं।
शिव की महिमा अपरंपार है। वे सभी देवताओं के देव हैं। वे सृष्टि के रचयिता, संहारक और पालक हैं। वे ब्रह्मांड के संचालक हैं। वे ज्ञान, शक्ति और भक्ति के देवता हैं। वे भक्तों के कष्टों को दूर करने वाले हैं।
शिव की महिमा को निम्नलिखित रूप से समझा जा सकता है:
सृष्टि के रचयिता: शिव को सृष्टि के रचयिता माना जाता है। वे ब्रह्मांड को बनाने और चलाने के लिए जिम्मेदार हैं।
संहारक: शिव को संहारक भी माना जाता है। वे बुराई और अधर्म को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार हैं।
पालक: शिव को पालक भी माना जाता है। वे ब्रह्मांड और उसकी सभी सृष्टियों की रक्षा करते हैं।
ज्ञान, शक्ति और भक्ति के देवता: शिव ज्ञान, शक्ति और भक्ति के देवता भी हैं। वे ज्ञान और शक्ति प्रदान करते हैं और भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति कराते हैं।
भक्तों के कष्टों को दूर करने वाले: शिव भक्तों के कष्टों को दूर करने वाले भी हैं। वे भक्तों की प्रार्थनाओं को सुनते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं।
शिव की महिमा को उनके कई रूपों और लीलाओं से समझा जा सकता है। उनके प्रमुख रूपों में नटराज, त्रिमूर्ति, अर्धनारीश्वर, कालभैरव, लिंगम आदि शामिल हैं। उनकी प्रमुख लीलाओं में पार्वती से विवाह, असुरों का संहार, गंगावतरण, त्रिपुरांतक, आदित्यहृदय स्तोत्र, गीता उपदेश आदि शामिल हैं।
शिव हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए सबसे पूजनीय देवताओं में से एक हैं। उन्हें पूरे भारत और दुनिया भर में मंदिरों में पूजा जाता है। शिवरात्रि, शिव का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार, पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है।
शिव को भोलेनाथ कहने के पीछे कई कारण हैं। एक कारण यह है कि शिवजी बहुत ही सरल और दयालु हैं। वे भक्तों की छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान देते हैं और उनकी मनोकामनाओं को पूरी करते हैं। दूसरा कारण यह है कि शिवजी बहुत ही शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं। वे अपने भक्तों की प्रार्थनाओं को तुरंत सुनते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं। तीसरा कारण यह है कि शिवजी बहुत ही सहज और मिलनसार हैं। वे भक्तों के बीच रहना पसंद करते हैं और उनके साथ भोजन करते हैं।