सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ लिरिक्स Sawali Tumhe Dhundh Lenge Lyrics
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ लिरिक्स Sawali Tumhe Dhundh Lenge Lyrics
छुपो लाख चाहे पर्वतो पे जाके,बैठो गुफा में समाधियां लगा के,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे मां।
हो भवन रूप बेशक बना के,
चाहे ज्योत बनो ज्वालामुखी जा के,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे मां।
वैष्णो के रूप में सजा लो चाहे दामन,
चाहे चिंतपूर्णी रख लेना डेरा लगा के,
शीतला भी तेरी ज्योत कर देती नूर है,
मनसा देवी नाम तेरा बड़ा मशहूर है,
हो चाहे खुश हो लो गौरी कहला के,
चाहे आओ नाम उमा ही तरा के,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे मां।
कला रूप होके चाहे शारदे तू बन माँ,
चाहे तू सजा ले नैना देवी का भवन माँ,
कालका चमुंडा सब तेरे दरबार है,
बगलामुखी करनी माँ तेरे अवतार है,
चाहे रूप माँ कामाख्या का बना के,
चाहे खप्पर आजा तू सजा के,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे मां।
नगरकोटी कांगड़ा में करो चाहे वास माँ,
कहते है शाकम्बरी में तेरा प्रकाश माँ,
कही लोक माया तू कही विंध्यवासिनी,
नंदा देवी तारा तू माँ तू ही मुंडमालिनी,
चाहे दुर्गा हो या दुर्गम मिटा के,
चाहे लुप्त होजा पिंडी में समा के,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे माँ,
सवाली तुम्हे ढूंढ लेंगे मां।
Sawali Tumhe Dhoondh Lenge
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