हिंडोरे झूलत तन सुकुमार लिरिक्स Hindor Jhulat Tan Sukumar Lyrics


Naye Bhajano Ke Lyrics

हिंडोरे झूलत तन सुकुमार लिरिक्स Hindor Jhulat Tan Sukumar Lyrics

हिंडोरे झूलत तन सुकुमार,
पुलकि पुलकि राधे उर लागत,
प्रीतम प्रान आधार।

भाइ बसन सजे मनसिज के,
उर वर हार सुढार,
सुख में झूलति कुँवरि लाड़िली,
रमकत स्याम उदार।

जुगल सरूप अनूप विराजत,
मनमथ भेद अपार,
श्रीरसिक बिहारी की छवि निरखत,
खरे कुंज के द्वार।
 


हिंडोरे झूलत तन सुकुमार ।

 
आपने लोकप्रिय भजन " हिंडोरे झूलत तन सुकुमार । " के लिरिक्स/बोल इस लेख में देखे हैं, ऐसे ही अन्य भजनों की लिरिक्स देखने के लिए आप इस साईट (Lyricspandits) पर विजिट जरुर करते रहें. प्रसिद्ध भजन Bhajan भजन के लिरिक्स/बोल यहाँ दिए गए हैं। इस भजन के गायक  और लेखक के विषय में जानकारी को निचे दिया गया है। आशा है यह भजन आपको अवश्य ही पसंद आया होगा।

इस मधुर और लोकप्रिय भजन से सबंधित अन्य मिलते जुलते अन्य भजन निचे दिए गए हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों (Bhajan With Lyrics in Text) को भी देखें.
 

ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

अपने पसंद का भजन खोजे

Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url