अजहूँ तेरा सब मिटै जो मानै गुरु सीख मीनिंग Ajahu Tera Sab Mite Meaning : Kabir Ke Dohe Ka Hindi Arth/Bhavarth
अजहूँ तेरा सब मिटै, जो मानै गुरु सीख |
जब लग तू घर में रहैं, मति कहुँ माँगे भीख ||
Ajahu Tera Sab Mite, Jo Mane Guru Sikh,
Jab Lag Tu Ghar Me Rahe, Mati Kahu Mange Bheekh.
कबीर के दोहे का हिंदी मीनिंग (अर्थ/भावार्थ) Kabir Doha (Couplet) Meaning in Hindi
कबीर साहेब साधक को अमूल्य सन्देश देते हैं की अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं है, अब भी उसके सभी दोष, पाप कर्म मिट सकते हैं यदि वह गुरु के बताये गए मार्ग का अनुसरण करे, गुरु की सीख को माने। जब तक तुम गृहस्थ हो किसी से भीख, भीक्षा मत मांगो। आशय है की व्यक्ति को गुरु के बताये गए मार्ग का अनुसरण करके अपने पाप कर्म के प्रभावों से मुक्त हो जाना चाहिए। यदि किसी ने सन्यांस नहीं लिया है और घर में रहता है, तो उसे किसी से भी कुछ माँगना नहीं चाहिए।
कबीरदास जी यहाँ हमें बता रहे हैं कि हमें गुरु की शिक्षा माननी चाहिए और भिक्षा मांगने से बचना चाहिए। गुरु की शिक्षा मानने से हम अपने दोषों और दुखों से मुक्त हो सकते हैं। भिक्षा मांगने से हम अपने आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाते हैं और दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं।