बांके बिहारी तेरे नैना कजरारे नज़र ना

बांके बिहारी तेरे नैना कजरारे नज़र ना लग जाए

बांके बिहारी तेरे नैना कजरारे,
बांके बिहारी तेरे नैना कजरारे,
नज़र ना लग जाए,
ओये ओये ओये।

मोर का मुकुट,
शीश पे शोभा पा रहा,
मुखड़े को देख के,
चाँद भी लज्जा रहा,
अधरों से छलके हैं,
रस की फुआरें।

तीखी कतारें,
दोनों नैनो में कजरा,
बाल हैं तिहारे जैसे,
सावन के बदरा,
गालों पे छाए,
कारे कारे घुंघराले।

पतली कमर तेरी,
लचके कमाल की,
वारि वारि जाऊं,
तेरी मस्तानी चल की,
करती पायलिया,
तेरी मीठी झंकारें।

रमण बचाऊं तोहे,
सब की नज़र से,
आजा छिपालूं तोहे,
नैनो के घर से,
सुन मेरे प्यारे,
इस दिल की पुकारें।
 



banke bihari
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