राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी हिंदू धर्म की सबसे लोकप्रिय कहानियों में से एक है। यह कहानी प्रेम, भक्ति और आत्म-साक्षात्कार का एक प्रतीक है। राधा और कृष्ण की पहली मुलाकात उनके जन्म के समय हुई थी। राधा कृष्ण से 11 महीने बड़ी थीं। कृष्ण के जन्मोत्सव के बाद, जब उनका जन्मोत्सव मनाया जा रहा था, तो राधा अपनी मां के साथ नंदगांव गई थीं। उस समय वे अपनी मां की गोद में थीं और कृष्ण पालने में। एक अन्य कथा के अनुसार, राधा और कृष्ण की दूसरी मुलाकात भांडीर वन में हुई थी। जब कृष्ण अपने पिता के साथ भांडीर वन से गुजर रहे थे, तो एक दिव्य ज्योति प्रकट हुई। यह ज्योति राधा की थी। राधा ने कृष्ण को अपनी गोद में ले लिया और तब कृष्ण ने अपना बाल रूप त्याग दिया। कुछ ही देर में वह एक किशोर बन गए। ब्रह्मा जी ने राधा और कृष्ण का विवाह संपन्न कराया।
एक बार तो राधा बनकर देखो
जो मै ऐसा जानती, प्रीत करे दुख होय, नगर ढिंढ़ोरा पीटती, प्रीत ना करिये कोई, एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे सांवरिया, राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे।
क्या होते है आँसु, क्या पीड़ा होती है, क्यू दर्द उठता है,
क्यू आँखे रोती है, एक बार आँसु तो बहाकर, देखो सावरिया, राधा यूँ रो रो कहे, एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे सांवरिया, राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे।
जब कोई सुनेगा ना, तेरे मन के दुखडे, जब ताने सुन सुन कर, होंगे दील के टुकडे, एक बार जरा तुम ताने सुनकर,
New Bhajan 2023 Lyrics in Hindi
देखो सावरिया, राधा यूँ रो रो कहे, एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे सांवरिया, राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे।
क्या जानोगे मोहन, तुम प्रेम की भाषा, क्या होती है आशा, क्या होती निराशा, एक बार जरा तुम प्रेम करके, देखो सावरिया, राधा यूँ रो रो कहे,
एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे सांवरिया, राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे।
पनघट पे मधुबन में, वो इंतज़ार करना, कही श्याम तेरे खातिर, वो घुट घुट के मरना, एक बार किसी का इंतज़ार कर, देखो सावरिया, राधा यूँ रो रो कहे, एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे सांवरिया, राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे। देखो सावरिया, राधा यूँ रो रो कहे, एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे सांवरिया, राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे।