श्राद्ध एक हिंदू धार्मिक अनुष्ठान है जो मृत पूर्वजों के लिए किया जाता है। श्राद्ध में, वंशज पितरों के लिए भोजन, पानी, और अन्य सामग्री का अर्पण करते हैं। श्राद्ध का उद्देश्य पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करना और उनके आशीर्वाद प्राप्त करना है। श्राद्ध को पितृ पक्ष के दौरान किया जाता है, जो हिंदू कैलेंडर में भाद्रपद पूर्णिमा से शुरू होता है और अश्विन अमावस्या पर समाप्त होता है। पितृ पक्ष को पितृ लोक में पितरों का आगमन माना जाता है। इस अवधि के दौरान, वंशज पितरों के लिए श्राद्ध करके उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे लिरिक्स
मेरी नैया लगी है किनारे पे, मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे।
पितर दादा मेहर खिला दे,
उजड़ा मेरा संसार वसा दे, कुछ दया करो महारे पे, मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे।
मारे लात ये भैंस दुधारी, विनती सुन लो दादा हमारी,
New Bhajan 2023 Lyrics in Hindi
या ज़िंदगी तेरे इशारे पे, मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे।