श्याम की गली में शंकर डोले लिरिक्स

श्याम की गली में शंकर डोले लिरिक्स

श्याम की गली में शंकर डोले,
बम बम बम बम बम भोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

तीन लोक के अंतर्यामी,
गली गली फिरते डोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

कहां है यशोमती मैया का घर,
जन जन से पूछता डोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

गोरा को कैलाश छोड़कर,
गोकुल की गलियां डोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

श्याम दरस की लगन लगी है,
धीरे से पट को खोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

नंद बाबा के घर जो पहुंचे,
श्याम की छवि मन में डोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

दरस करा दे मात यशोदा,
जो तेरी गोदी में खेले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

ओ बाबा तू तो जादूगर,
मेरे लाल पर डारे डोरे,
श्याम की गली में शंकर डोले।

सोवत जाग गए तब श्री हरि,
बार बार अखियां खोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।

दर्शन पाकर गिरधर के शिव,
ना छत मस्त मगन डोले,
श्याम की गली में शंकर डोले।
 


Next Post Previous Post