अम्बे तू है जगदम्बे काली लिरिक्स Ambe Tu Hai Jagdambe Lyrics Meaning

नवरात्रि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह एक नौ दिवसीय त्योहार है जो हर साल आश्विन माह में मनाया जाता है। इस दौरान, देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आध्यात्मिक महत्व: नवरात्रि को आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्ति का समय माना जाता है। इस दौरान, भक्त देवी दुर्गा की पूजा करके उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। देवी दुर्गा को शक्ति, ज्ञान और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। उनकी पूजा से भक्तों को इन तीनों गुणों की प्राप्ति होती है। सामाजिक महत्व: नवरात्रि एक सामाजिक त्योहार भी है। इस दौरान, लोग एक साथ मिलकर देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। यह एक समय है जब परिवार और दोस्तों के साथ एक साथ समय बिताया जाता है।

सांस्कृतिक महत्व: नवरात्रि भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दौरान, कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम और आयोजन किए जाते हैं। इनमें भजन, कीर्तन, नृत्य और संगीत शामिल हैं। नवरात्रि के दौरान, भक्त उपवास रखते हैं, देवी दुर्गा की कथा सुनते हैं और उनके मंत्रों का जाप करते हैं। वे देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए भोजन और प्रसाद भी अर्पित करते हैं। नवरात्रि को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। यह एक समय है जब भक्त देवी दुर्गा की पूजा करके अपनी आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रयास करते हैं।

Naye Bhajano Ke Lyrics

अम्बे तू है जगदम्बे काली लिरिक्स Ambe Tu Hai Jagdambe Lyrics

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

तेरे भक्त जनों पर माता,
भीर पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ,
करके सिंह सवारी,
सौ-सौ सिहों से बलशाली,
है अष्ट भुजाओं वाली,
दुष्टों को तू ही ललकारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

माँ-बेटे का है इस जग में,
बड़ा ही निर्मल नाता,
पूत-कपूत सुने है पर ना,
माता सुनी कुमाता,
सब पे करूणा दर्शाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

नहीं मांगते धन और दौलत,
न चांदी न सोना,
हम तो मांगें तेरे चरणों में,
एक छोटा सा कोना,
सबकी बिगड़ी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को सवांरती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

चरण शरण में खड़े तुम्हारी,
ले पूजा की थाली,
वरद हस्त सर पर रख दो माँ,
संकट हरने वाली,
माँ भर दो भक्ति रस प्याली,
अष्ट भुजाओं वाली,
भक्तों के कारज तू ही सारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
 



अम्बे तू है जगदम्बे काली - Ambe Tu Hai Jagdambe Kali - Anup Jalota - Aarti - Lyrical Bhajan Sangrah

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