भक्तों के काज सँवारे लीले वाला रे लिरिक्स Bhakto Ke Kaaj Sanware Lyrics
भक्तों के काज सँवारे लीले वाला रे लिरिक्स Bhakto Ke Kaaj Sanware Lyrics
खाटू में सजकर बैठा,लीले का वो दातारी,
एक झलक पागल करती,
सच्ची इसकी सरकारी,
हारे का बनता सहारा,
जग से निराला रे,
भक्तों के काम बनादे,
लीले वाला रे,
भक्तों के काज सँवारे,
लीले वाला रे।
नैना इसके कजरारे,
मुस्कान भी है नखराली,
है चाल मोर सी सुन्दर,
दिखती है बड़ी निराली,
इनके दर्शन पाता,
कोई किस्मत वाला रे,
भक्तों के काम बनादे,
लीले वाला रे,
भक्तों के काज सँवारे,
लीले वाला रे।
सारी दुनिया का खाता रखते,
अपने हाथों में,
नीरज भी इनसे पाता,
ना बहलाता बातों में,
गौरव भी नित से जपता,
इनकी माला रे,
भक्तों के काम बनादे,
लीले वाला रे,
भक्तों के काज सँवारे,
लीले वाला रे।