दो गज कफ़न का टुकड़ा तेरा लिबास होगा लिरिक्स
जाएगा जब जहाँ से,
कुछ भी ना पास होगा,
दो गज कफ़न का टुकड़ा,
तेरा लिबास होगा।
काँधे पे धर ले जाए,
परिवार वाले तेरे,
यमदूत ले पकड़कर,
डोलेंगे घेरे घेरे,
पीटेगा छाती अपनी,
मनवा उदास होगा।
चुन चुन के लड़कियों में,
रखदें तेरे बदन को,
आकर झट उठा ले,
तेरे कफ़न को,
दे देगा आग तुझमे,
बेताब ख़ास होगा।
मिट्टी में मिले मिट्टी,
बाकी ख़ाक होगी,
सोने सी तेरी काया,
जल कर के राख होगी,
दुनिया को त्याग तेरा,
मरघट में वास होगा।
प्रभु का नाम जपते,
भाव सिन्धु पार होते,
माया मोह में फंस कर,
जीवन अमोल खोते,
हरि का नाम जपले,
बेड़ा जो पार होगा।आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
BHAJAN----Jayega Jab Yahan Se Kuchh Bhi Na Sath Hoga, (RAJNISH SHARMA)