लांगुरिया तू ले चल, मुझे माँ के भवन पे, माँ के दर्शनों को, तरसे मेरे नयन रे, लांगुरिया प्यारे लांगुरिया।
शोभा न्यारी पड़ी है, मेरे माँ के धाम की, लगन लागी है दिल में, मेरे माँ के नाम की, राहो में न रुकना, सीधे ले चल भवन पे, माँ के दर्शनों को, तरसे मेरे नयन रे, लांगुरिया प्यारे लांगुरिया।
भूख प्यास की न मुझको, है कोई फ़िक्र, मेरी जुबा से निकले, बस माँ का ही जिक्र, जय माता की बोल के, तू ले चल भवन पे, माँ के दर्शनों को, तरसे मेरे नयन रे, लांगुरिया प्यारे लांगुरिया।
गूंज रहे है जैकारे, चहु और मैया के, दे रहे है सन्देश आके, मिल जा मैया से, जल्दी जल्दी चल तू, मुझे ले चल भवन पे, माँ के दर्शनों को, तरसे मेरे नयन रे, लांगुरिया प्यारे लांगुरिया।
जगह चरणों में माँ के, तू लांगुरियां दिला दे, सही जाये न ये दुरी, मुझे माँ से मिला दे, मुझपे कर्म कर तू, मुझे ले चल भवन पे, माँ के दर्शनों को, तरसे मेरे नेयन रे, लांगुरिया प्यारे लांगुरिया।
भवन माँ मुझे, नजर आने लगा, साथ मुझको अजीत का, है भाने लगा , मिल के माँ का करेंगे, हम दर्शन भवन पे, माँ के दर्शनों को, तरसे मेरे नयन रे, लांगुरिया प्यारे लांगुरिया।
लाँगुरिया प्यारे I Laanguriya Pyare I I Devi Bhajan, 'DAS' PAWAN SHARM I Khushiyan Hi Khushiyan